Cheque Bounce होने के मुख्य कारण | Top Reasons for Cheque Dishonour | Section 138 NI Act Guide

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Cheque Bounce होने के मुख्य कारण – Top Reasons for Dishonour (Complete Guide in Hindi)

भारत में हर दिन लाखों चेक बैंक से वापस लौट आते हैं, जिन्हें आम भाषा में Cheque Bounce कहा जाता है। Cheque Bounce सिर्फ एक गलती नहीं बल्कि कई बार Section 138 NI Act के तहत गंभीर अपराध बन जाता है। इसलिए यह जानना बेहद ज़रूरी है कि चेक बाउंस होने के मुख्य कारण क्या हैं और किन स्थितियों में यह कानूनी विवाद पैदा कर सकता है।

आइए आसान भाषा में सभी प्रमुख कारणों को समझते हैं।


🔍 1. Insufficient Funds (खाते में पर्याप्त राशि न होना)

यह Cheque Bounce का सबसे बड़ा कारण है। जब खाते में उतने पैसे नहीं होते जितना चेक में लिखा है, तो बैंक तुरंत “Funds Insufficient” लिखकर चेक लौटा देता है।

➡️ यही कारण Section 138 में सबसे ज़्यादा केस पैदा करता है।


🔍 2. Signature Mismatch (हस्ताक्षर मेल न खाना)

अगर चेक पर किया हुआ Signature बैंक रिकॉर्ड से मैच नहीं करता, तो बैंक चेक पास नहीं करता।
ये mismatch दो स्थितियों में होता है:

  • ग्राहक ने अपना signature बदल दिया

  • गलती से गलत तरीके से साइन कर दिया

➡️ कानूनी केस तब ही बनता है जब चेक किसी क़ानूनी देनदारी के लिए जारी किया गया हो।


🔍 3. Stop Payment Instruction

कई लोग जानबूझकर बैंक को “Stop Payment” का निर्देश देते हैं। लेकिन ध्यान रहे—

✔ अगर चेक किसी loan, business transaction या legally enforceable debt के लिए था,
तो Stop Payment Section 138 का अपराध बन जाता है।


🔍 4. Cheque Overwriting / Alteration (ओवरराइटिंग या गलती)

यदि चेक में कटिंग, ओवरराइटिंग, गलत तारीख, गलत amount या कोई भी बदलाव दिखे—
बैंक उसे फर्जी या संदिग्ध मानकर dishonour कर देता है।

➡️ ऐसे मामलों में केस की maintainability अलग-अलग facts पर निर्भर करती है।


🔍 5. Account Closed (खाता बंद)

अगर चेक जारी करने के बाद आरोपी अपना बैंक खाता बंद कर देता है,
तो यह एक गंभीर अपराध माना जाता है।

✔ Supreme Court ने साफ कहा है कि account closed भी Section 138 के दायरे में आता है।


🔍 6. Cheque Expired / Stale Cheque

चेक की वैधता (Validity) आमतौर पर 3 महीने होती है।
अगर चेक expire हो गया हो, तो बैंक “Stale Cheque” कहकर वापस कर देता है।

➡️ Expired cheque पर Section 138 लागू नहीं होता।


🔍 7. Post-Dated Cheque का गलत उपयोग

Post-dated cheque समय से पहले जमा कर दिया जाए तो बैंक उसे honour नहीं करता।

✔ लेकिन—
अगर चेक maturity के बाद bounce हुआ, तो 138 NI Act लागू हो जाता है।


🔍 8. Difference in Amount (Amount में mismatch)

Words और figures में लिखी राशि में फर्क होने पर बैंक नियमों के अनुसार चेक dishonour कर देता है।


🔍 9. Frozen Account / Attachment Order

अगर बैंक खाते पर:

  • Court order

  • Income Tax attachment

  • Police freeze order

जैसी रोक लगी हो, तो चेक honour नहीं होगा।

➡️ यह भी कई बार अपराध की तरफ ले जाता है।


🔍 10. Technical Reasons (Bank Errors / Format Issues)

  • MICR line damage

  • Cheque torn or folded

  • Ink blurred

  • Cheque old format

इन तकनीकी कारणों से भी चेक वापस लौट सकता है, लेकिन आमतौर पर इन पर criminal liability नहीं बनती।


⚖️ क्या हर Cheque Bounce में Section 138 लागू होता है?

नहीं।
138 NI Act तभी लागू होता है जब:

  1. चेक किसी कानूनी देनदारी के लिए जारी हो

  2. बैंक ने dishonour memo दिया हो

  3. 30 दिन के भीतर legal notice भेजा जाए

  4. Notice के बाद 15 दिन में payment न मिले


🧑‍⚖️ Advocate Assistance (For Legal Notice & Case Filing)

यदि आपको Cheque Bounce से जुड़ी कोई भी समस्या है—
Notice, Reply, Complaint Filing या Defence—आप तुरंत संपर्क कर सकते हैं:

Adv. Anurag Gupta
📞 Mobile: 8240642015
💬 WhatsApp: 8931942803
📧 Email: gripshawlaw2005@gmail.com


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