BNS धारा 63 – बलात्कार (Rape) से संबंधित प्रावधान
श्रेणी: लैंगिक अपराध | BNS Series
✍️ परिचय:
BNS, 2023 ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 375 (बलात्कार) को हटाकर धारा 63 को लागू किया है। यह धारा महिलाओं की गरिमा की रक्षा करती है और बलात्कार जैसे जघन्य अपराध को स्पष्ट, कठोर और न्यायोचित ढंग से परिभाषित करती है।
📜 धारा 63 की परिभाषा:
यदि कोई पुरुष किसी महिला के साथ उसकी इच्छा के विरुद्ध, या बिना उसकी सहमति के:
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यौन संबंध बनाता है,
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उसके शरीर में जबरन प्रवेश करता है (लिंग, अंगुली, वस्तु द्वारा),
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और वह महिला उसकी पत्नी नहीं है (या पत्नी है लेकिन आयु 18 वर्ष से कम है),
तो यह बलात्कार की श्रेणी में आता है।
⚖️ बलात्कार की सजा:
| अपराध की प्रकृति | सजा |
|---|---|
| सामान्य बलात्कार | कम से कम 10 वर्ष की सजा (आजीवन कारावास तक) + जुर्माना |
| पुलिस अधिकारी, शिक्षक या संरक्षक द्वारा बलात्कार | आजीवन कारावास |
| सामूहिक बलात्कार (Gang Rape) | 20 वर्ष से लेकर आजीवन कारावास तक |
| 12 वर्ष से कम आयु की बच्ची से बलात्कार | मृत्युदंड तक संभव |
📌 महत्वपूर्ण बदलाव (BNS के अंतर्गत):
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"सहमति" की परिभाषा को मजबूत किया गया है:
सहमति का अर्थ है स्वतंत्र और स्वेच्छा से दी गई स्वीकृति – डर, धोखे या दबाव में नहीं। -
Marital Rape की स्थिति:
पत्नी यदि 18 वर्ष से कम उम्र की है, तो बलात्कार का अपराध माना जाएगा। (18 वर्ष से अधिक पत्नी के मामले को अभी भी बलात्कार नहीं माना गया है) -
डिजिटल साक्ष्य की वैधता:
ऑडियो, वीडियो, चैट्स आदि अब सहमति या जबरदस्ती को साबित करने के लिए कानूनी रूप से मान्य होंगे।
🔍 बलात्कार और सहमति में अंतर कैसे तय होता है?
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महिला की मौखिक और शारीरिक प्रतिक्रिया
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उसके द्वारा की गई रिपोर्ट
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मेडिकल परीक्षण
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परिस्थितिजन्य साक्ष्य
🧑⚖️ महिला की गरिमा की सुरक्षा:
BNS धारा 63 यह सुनिश्चित करती है कि पीड़िता को न्याय मिल सके:
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इन-कैमरा ट्रायल
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पीड़िता की पहचान गोपनीय
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महिला अधिकारी द्वारा जांच
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मुआवजा और पुनर्वास
🎯 उदाहरण:
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यदि कोई स्कूल शिक्षक छात्रा को नंबर देने के लालच में धमकाकर बलात्कार करता है – सजा आजीवन कारावास हो सकती है।
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यदि महिला ने स्पष्ट मना किया, लेकिन व्यक्ति ने फिर भी यौन क्रिया की – यह बलात्कार होगा, चाहे दोनों के बीच संबंध हो।
निष्कर्ष:
BNS की धारा 63 न केवल बलात्कार की परिभाषा को स्पष्ट करती है, बल्कि महिला की इच्छा, स्वायत्तता और गरिमा को सर्वोच्च स्थान देती है। यह अपराधियों को कठोर दंड दिलाने का प्रभावी माध्यम है।
✉️ संपर्क करें:
यदि आप किसी लैंगिक अपराध से पीड़ित हैं या किसी को न्याय दिलाना चाहते हैं, तो गोपनीय और सुरक्षित कानूनी सलाह के लिए संपर्क करें:
एडवोकेट अनुराग गुप्ता
📱 मोबाइल: 8240642015
📲 व्हाट्सएप: 8931942803
📧 ईमेल: gripshawlaw2005@gmail.com
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