BNS (Bharatiya Nyaya Sanhita) में अपराधों की श्रेणियां और उनकी सजा
भारत में BNS (Bharatiya Nyaya Sanhita) लागू होने के बाद अपराधों की परिभाषा और सजा के प्रावधानों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। यह नया कानून भारतीय दंड संहिता (IPC) की जगह ले रहा है और अपराधों को ज्यादा स्पष्ट तरीके से वर्गीकृत करता है।
1. अपराधों की श्रेणियां (Categories of Crimes under BNS)
BNS के तहत अपराधों को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जिससे उनकी सजा और प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
1.1 संज्ञेय और असंज्ञेय अपराध (Cognizable & Non-Cognizable Offences)
📌 संज्ञेय अपराध (Cognizable Offences) – पुलिस बिना न्यायालय की अनुमति के गिरफ्तारी कर सकती है।
👉 उदाहरण: हत्या, बलात्कार, डकैती, अपहरण।
📌 असंज्ञेय अपराध (Non-Cognizable Offences) – पुलिस को गिरफ्तारी से पहले न्यायालय की अनुमति लेनी होती है।
👉 उदाहरण: मानहानि, धमकी देना, मारपीट (छोटे स्तर पर)।
1.2 जमानती और गैर-जमानती अपराध (Bailable & Non-Bailable Offences)
📌 जमानती अपराध (Bailable Offences) – ऐसे अपराधों में आरोपी को तुरंत जमानत मिल सकती है।
👉 उदाहरण: सार्वजनिक शांति भंग करना, छोटी चोरी, साधारण मारपीट।
📌 गैर-जमानती अपराध (Non-Bailable Offences) – आरोपी को जमानत मिलना कोर्ट के विवेकाधिकार पर निर्भर करता है।
👉 उदाहरण: हत्या, बलात्कार, आतंकवाद, गंभीर चोट पहुँचाना।
1.3 जघन्य और साधारण अपराध (Heinous & Petty Crimes)
📌 जघन्य अपराध (Heinous Crimes) – गंभीर अपराध जो समाज और देश की सुरक्षा के लिए खतरा बनते हैं।
👉 उदाहरण: हत्या, आतंकवाद, दंगा भड़काना, साइबर आतंकवाद
।https://youtu.be/FdIhL6-m1LI
📌 साधारण अपराध (Petty Crimes) – अपेक्षाकृत छोटे अपराध जो कम दंडनीय होते हैं।
👉 उदाहरण: सार्वजनिक स्थान पर गाली-गलौज करना, छोटे स्तर की चोरी।
2. BNS के तहत प्रमुख अपराध और उनकी सजा (Major Crimes and Their Punishments in BNS)
2.1 हत्या (Murder) – BNS धारा 101
👉 सजा: उम्रकैद या मृत्यु दंड + जुर्माना।
2.2 बलात्कार (Rape) – BNS धारा 63
👉 सजा: न्यूनतम 10 साल की सजा, अधिकतम उम्रकैद + जुर्माना।
2.3 दंगा और हिंसा (Rioting & Violence) – BNS धारा 140
👉 सजा: 3 से 7 साल की कैद + जुर्माना।
2.4 अपहरण (Kidnapping) – BNS धारा 106
👉 सजा: 7 साल तक की सजा + जुर्माना।
2.5 चोरी और डकैती (Theft & Robbery) – BNS धारा 281, 285
👉 चोरी: 3 साल तक की सजा + जुर्माना।
👉 डकैती: 10 साल की सजा या उम्रकैद + जुर्माना।
2.6 साइबर अपराध (Cyber Crimes) – BNS धारा 354E, 308
👉 सजा: 5 से 10 साल की सजा + भारी जुर्माना।
3. अपराधों की जांच और सुनवाई (Investigation and Trial of Crimes under BNS)
3.1 पुलिस द्वारा जांच (Investigation by Police)
✔ पुलिस को संज्ञेय अपराधों में सीधे कार्रवाई करने का अधिकार है।
✔ असंज्ञेय अपराधों के लिए पुलिस को न्यायालय से अनुमति लेनी होगी।
3.2 न्यायालय में सुनवाई (Court Trial Process)
✔ छोटे अपराध मजिस्ट्रेट न्यायालय में चलते हैं।
✔ गंभीर अपराधों की सुनवाई सत्र न्यायालय में होती है।
✔ आरोपी को अपने बचाव का पूरा अवसर मिलता है।
4. BNS में अपराधों की सजा को लेकर नए बदलाव (New Changes in Punishment under BNS)
🔹 बड़ी सजा – जघन्य अपराधों में न्यूनतम सजा को बढ़ाया गया है।
🔹 साइबर अपराध – इंटरनेट पर धोखाधड़ी और ऑनलाइन उत्पीड़न के लिए सख्त सजा का प्रावधान किया गया है।
🔹 महिला और बच्चों के खिलाफ अपराध – सजा को और कठोर किया गया है, विशेष रूप से बलात्कार और मानव तस्करी मामलों में।
5. निष्कर्ष (Conclusion)
BNS (Bharatiya Nyaya Sanhita) अपराधों को स्पष्ट रूप से परिभाषित करता है और उनकी सजा को कठोर बनाता है। इसका उद्देश्य कानून को अधिक प्रभावी बनाना और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
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